हिन्दू धर्म को मानने वाले लोग अपने पूजन सामग्री में पान के पत्ते को अवश्य शामिल करते हैं| दरअसल पूजन सामग्री में या किस शुभ काम में पान के पत्ते को शामिल करना शुभ माना जाता हैं| ऐसी मान्यता हैं कि समुद्र मंथन में पहली बात पान के पत्ते का इस्तेमाल किया गया था और तभी से हर शुभ काम में और पुजा में पान शामिल किया जाता हैं| पौराणिक कथाओं के मुताबिक पान के पत्तों में कई देवी-देवता का वास होता हैं| ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप पान के पत्तों को कैसे इस्तेमाल करके अपने आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं|
(1) यदि कोई व्यक्ति पान के पत्ते पर केसर रखकर भगवान गणेश को चढ़ाता हैं तो उसके जीवन से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं|
(2) बुधवार को पान का सेवन करना उत्तम माना जाता हैं| दरअसल इस दिन पान के सेवन से आत्मविश्वास में वृद्धि होता हैं|
(3) यदि पान के पत्तों को एक झालर में पिरो कर अपने मुख्य द्वार लटका दे तो ऐसा करने से आपके घर की नकारात्मक शक्तियाँ नष्ट हो जाती हैं|
(4) सावन के महीने में यदि पान के पत्तों को शिवलिंग पर चढ़ाया जाए तो यह अतिलाभदायक होता हैं| ऐसा माना जाता हैं कि पान के पत्तों को शिवलिंग पर चढ़ाने से सभी मन की इच्छाए पूरी होती हैं|
(5) यदि किसी को नजर लग गयी हैं तो उसे पान के पत्तों के साथ सात गुलाब की पंखुड़ियाँ खिला दे| इससे नजर तुरंत दूर हो जाएगा|
पान के पत्ते पर देवी-देवता करते हैं वास
हिन्दू धर्म में पान को अनेक देवी-देवताओं का वास माना जाता हैं| दरअसल पान के पत्ते में ब्रह्मांड कई देवी-देवता वास करते हैं। हमारे धर्म में ऐसी मान्यता हैं कि इस पत्ते के विभिन्न कोनों अथवा स्थानों पर देवी-देवता मौजूद हैं।
(1) पान के पत्ते के ऊपरी हिस्से में शुक्र और इंद्र विराजमान हैं।
(2) पान के बीच वाले हिस्से में माँ सरस्वती का वास है।
(3) पान के निचले सिरे पर माँ लक्ष्मी विराजमान हैं।
(4) जहां पान का पत्ता डंडी से जुड़ा होता है, उस स्थान पर ज्येष्ठा लक्ष्मी का वास होता है।
(5) पान के पत्ते में विष्णु भगवान स्वयं समाहित हैं।
(6) पान की बाहरी किनारे पर भगवान शिव और कामदेव वास करते हैं।
(7) पान के पत्ते के पीछे की ओर माँ पार्वती और मंगलादेवी का वास होता है।
(8) पान के पत्ते का दायां हिस्सा भूमिदेवी का निवास स्थान माना जाता है।
(9) पूरे पान को भगवान सूर्यनारायण का प्रतीक माना जाता है।
ऐसे करें सही पान के पत्तों का चयन
पान का पत्ता एकमात्र ऐसा पत्ता हैं जिसमें ब्रह्मांड के सभी देवी-देवता वास करते हैं| इसलिए इसका इस्तेमाल पूजन में इस्तेमाल करते हुये ध्यान पूर्वक चयन करना चाहिए| हिन्दू मान्यता के मुताबिक छिद्रों से भरपूर, सूखा हुआ एवं मध्य हिस्से से फटा हुआ पान का पत्ता पूजन सामग्री के लिए कभी भी इस्तेमाल ना करे| जब भी पान का पत्ता पूजन में शामिल करे तो वह एकदम से सही-सलामत और चमकने वाला होना चाहिए| इसलिए पूजन सामग्री में पान का इस्तेमाल करते वक्त इन बातों का खास ध्यान दें|