दो बच्चों के साथ बीच समंदर में चार दिनों तक तैरती रही ये माँ , बच्चों को जिन्दा रखने के लिए खुद भूखे रहकर कराती रही उन्हें स्तनपान
त्याग और सहनशीलता की प्रतिमूर्ति मां इस दुनिया की सबसे बड़ी योद्धा होती है और वह एक माँ ही होती है जो शीतल छाए की तरह अपने बच्चों के हर दुख दर्द दुःख और तकलीफ की तपिश को ढँक देती है और हर मुश्किल परिस्थिति में भी अपने बच्चे को खुश रखने की पूरी कोशिश …