आजकल की लड़कियां हर क्षेत्र में सबसे आगे हैं। वह लड़कों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। वह ना सिर्फ घर के काम बल्कि बाहर भी अपनी अलग छवि के साथ जानी जाती हैं। इस कड़ी में आज हम आपको जोधपुर की एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे खास जिसने अपनी सात बेटियों के साथ मिलकर मसालों का बड़े व्यापार में खूब नाम कमाया। वह महिला अपनी बेटियो के साथ ‘स्पाइस गर्ल्स ऑफ इंडिया’ के नाम से काफी मशहूर है।
दुनिया भर में मशहूर मसाले
आज वह लड़कियां अपनी मां के साथ मिलकर ना सिर्फ ये व्यापार चला रही हैं बल्कि पितृसत्ता और लैंगिक आधार पर स्थापित रूढ़िवादी समाज की सोच को बदलने के लिए बड़ी चुनौती बनी हैं। बता दें कि जोधपुर की सरदार मार्केट में ‘स्पाइस गर्ल्स ऑफ इंडिया’ के नाम से मशहूर महिला अपनी ट्रेडमार्क मसाला-सुगंधित चाय के साथ दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों का शानदार स्वागत करती हैं। आज दुनिया भर में उनके मसाले प्रसिद्ध और लोकप्रिय ब्रांड बन चुके हैं। खास बात तो यह है कि उनके मसालों की अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल कंपनियों और ब्लॉगर्स द्वारा खूब चर्चा की जाती है।
‘स्पाइस गर्ल्स ऑफ इंडिया’ की दिलचस्प कहानी
एमवी स्पाइसेस एक ऐसी महिला की कहानी है जोकि अपनी सात बेटियों के लिए उनकी समानता की लड़ाई में उनके साथ थीं। दरअसल, जब भगवंती मोहनलाल के पति का देहांत हुआ तो उसने अपनी बेटियों के साथ मिलकर व्यापार संभालना शुरु किया। उसकी इस बात का ससुराल वालों ने कड़ा विरोध किया।
बता दें कि अजमेर में जन्मीं भगवंती को घर में आर्थिक तंगी के चलते को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। इस बीच 22 साल की उम्र में उसका विवाह जोधपुर के एक परिवार में कर दिया गया था। शादी के बाद भगवंती ने सात लड़कियों को जन्म दिया। लड़कियों के जन्म के बाद घर वालों ने भगवंती के साथ बुरा व्यवहार करना शुरु कर दिया। क्योंकि उनका मानना था कि घर चलाने के लिए एक बेटा होना चाहिए था।
भगवंती ने की मसाले बनाने की शुरुआत
मोहनलाल को भगवंती द्वारा बनाया जाने वाला खाना बेहद पसंद था। क्योंकि वह खानों में जो मसाला इस्तेमाल करती थी वह बड़ा स्वादिष्ट होता था। फिर दोनों पति-पत्नी ने फैसला किया और रात-रात भर काम करते हुए विभिन्न प्रकार के मसाले खुद बनाने शुरू कर दिए। मोहनलाल ने मेहरानगढ़ किले के पास मसाले बेंचने शुरु कर दिए। इस दौरान जोधपुर के महाराजा ने उन्हें अपने पास बुलाया। हालांकि मोहनलाल घबरा गए थे कि महाराजा ने उन्हें अपने पास क्यों बुलाया।
आखिर में उसे पता चला कि राजा मसाले बेचने वाले व्यक्ति से मिलना चाहते हैं। उस दौरान एक फ्रांसीसी पर्यटक ने उनके मसाले खरीदे और बेहद पसंद किए। वहीं राजा ने मोहनलाल को 6,000 रुपये के किराए पर मेहरानगढ़ किले में जगह दे दी। इस बीच अचानक मोहनलाल का निधन हो गया। इसके बाद भगवंती ने अपनी 7 बेटियों उषा, पूनम, नीलम, निक्की, कविता, रितु और प्रिया के साथ मिलकर इस व्यापार को नई ऊचाइयों तक पहुंचाया। इससे उनका नाम जोधपुर में ‘स्पाइस गर्ल्स ऑफ इंडिया’ के नाम से पॉपुलर हुआ।