बीते कुछ दिनों से बिहार कि स्थिति अच्छी नहीं है, मौसम के अचानक बदलने व भारी बारिश के कारण कई इलाकों में भयंकर बाढ़ आ गया है। दर्जनभर से ज्यादा जिलों में हाहाकारी बाढ़ का तांडव जारी है। सवा सौ लोगों की जान जा चुकी है। बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में सीतागढ़ी का भी हाल-बेहाल है। कई इलाके ऐसे हैं जहां जुगाड़ की नाव के सहारे जिंदगी कट रही है। अभी एक दिन भी बारिश से राहत नहीं मिली थी कि एक बार फिर से मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है। जी हां हाल ही में एक बार फिर से मौसम विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग की मानें तो बाढ़ग्रस्त इलाकों के लिए आने वाले अगले दो दिन फिर से परेशानी का सब बन सकते हैं। दो दिनों की राहत के बाद बिहार में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। इसको लेकर विभाग की तरफ से हाई अलर्ट जारी किया गया है।
इस बाढ़ के कारण हालत ऐसी हो गई थी कि हर कोई इसकी चर्चा करने लगा था। वेसे ये कोई नई बात नहीं है बिहार में बाढ़ जैसे हालात लगभग हर साल बनते हैं, लेकिन तबाही तब मचती है, जब कोई बांध टूट जाता है। जानकारी के अनुसार बताते चलें कि इस बार की तबाही का एक कारण कई जगहों से तटबंधों का टूटना ही है। जैसे ही कोई तटबंध टूटता है तो पानी इतनी तेज़ी से आगे बढ़ता है कि लोगों को संभलने का वक़्त नहीं मिल पाता।
इतना ही हीं इन तबाहियों से अभी पीड़ित लोग उबरे भी नहीं है कि मौसम विभाग ने यह बताया है कि आने वाले 48 घंटे के लिए लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। मौसम विभाग की माने तो सबसे ज्यादा खतरा समेत मध्य बिहार के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। 3 अक्टूबर को बिहार के दक्षिण-पश्चिमी जिलों में बारिश का अलर्ट है। यानी कल और परसों बिहार के लोगों के लिए फिर से परेशानी का सबब बन सकते हैं। इसलिए आपको सावधान रहने कि आवश्यकता है।
बताते चलें कि जिन जिलों को भारी बारिश को लेकर अलर्ट किया गया है उनमें पटना, बेगूसराय. खगड़िया, वैशाली और समस्तीपुर शामिल है। इतना ही नहीं इसके अलावा पटना में आई बाढ़ और जलजमाव के मद्देनजर स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा चेतावनी के अनुसार 3 और 4 अक्टूबर को पटना के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। इसके तहत पटना के सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल और कोचिंग भी बंद रहेंगे। बाढ़ की समस्या से कई लोगों की जान जा चुकी हैं वहीं इस बार के इस भीषण बाढ का शिकार पटना में रहने वाले कई जाने माने हस्ति भी हो चुके हैं।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के कई जिलों में आई बाढ़ और बारिश को जलवायु परिवर्तन का कारण माना है। उन्होंने बुधवार को कहा कि राज्य में कभी सूखा और कभी भारी बारिश जलवायु परिवर्तन के कारण है। सीएम नीतीश ने कहा, ‘जलवायु परिवर्तन के कारण बिहार में सूखा के लिए राहत कार्य चलाए जा रहे थे कि अचानक भारी बारिश से वर्तमान हालात बन गए।