आज देवउठनी एकादशी के बाद कल यानि की शनिवार को प्रदोष लगने वाला है जिसे शनि प्रदोष के नाम से भी जाना जाता है। यह हमेशा शनिवार के दिन ही पड़ता है इस बार भी यह 9 नवंबर को पड़ रहा है। हालांकि साल में कई प्रदोष पड़ते हैं और ये साल का आखिरी शनिप्रदोष है। इसका शुभ संयोग तो व्यक्ति पर पड़ता ही है, इसके अलावा अशुभ प्रयोग भी पड़ता है जिससे बचना हर कोई चाहता है लेकिन उसे पता नहीं होता है कि आखिर इससे कैसे बचा जा सके।
वैसे इस बार वाला शनि प्रदोष साल का आखिरी प्रदोष होगा और आज हम आपको इसके दुषप्रभाव से बचने के लिए आपको कई सारे उपाय बताने जा रहे हैं जिसके करने से आप शनि के बुरे प्रभाव से बचेंगे। इन उपायों को कर आप न ही सिर्फ शनि प्रदोष के बुरे प्रभावों से बचेंगे बल्कि आने वाले साल को सुखद बना सकता है। तो आइए जानते हैं आखिर कौन से हैं वो उपाय
शनि के प्रभावों को खत्म करेगा ये उपाय
सबसे पहले तो आपको बता दें कि अगर आप चाहते हैं कि आपके उपर से शनि का बुरा प्रभाव खत्म हो जाए तो आप को मांस मदिरा का सेवन बंद कर देना चाहिए, इतना ही नहीं इसके साथ ही आपको शनि मंत्र ओम प्रां प्रीं प्रौं सःशनैश्चराय नमः का प्रतिदिन जाप करना चाहिए, ऐसा करने वालों को शनिदेव का आर्शीवाद मिलेगा इसके साथ ही साथ सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति भी होगी।
वैवाहिक जीवन की समस्याएं होंगी खत्म
कई लोगों को अपने जीवन में पारिवारिक समस्याएं इतनी बढ़ जाती हैं कि वो काफी ज्यादा तनाव में आ जाता है, और ऐसे में उसका जीवन कठिन लगने लगता है, लेकिन आपको बता दें कि अगर आपके दांपत्य जीवन, प्रेम संबंध या फिर स्वास्थ्य में परेशानियां आ रही हैं तो आप मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में सिंदूर चढ़ायें और शनिदेव के मंदिर जरुर जाएं। अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो काले कुत्ते को रोटी खिलायें।
साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित लोग करें ये उपाय
जो लोग शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित हैं तो शनि प्रदोष वाले दिन शनिदेव को तेल चढ़ाएं ऐसा करने से शनि के सभी बुरे प्रभाव खत्म हो जाते हैं, ये सबसे उत्तम समय होता है। लेकिन हां इस शनिदेव को तेल चढ़ाने के दौरान पहले ध्यान रखें की तेल में अपना चेहरा जरुर देख लें।
शनिदेव की कृपा पाने के लिये करें ये उपाय
अब बात करते हैं शनिदेव की कृपा मिलने की जो कि बेहद मुश्किल होती है लेकिन हां अगर आप चाहते हैं कि शनिदेव की कृपा आपपर बरसे तो आप शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलायें। इसके साथ ही जल में तिल मिलाकर उस पानी को पीपल की जड़ में जालें। ऐसा करने से आपको शनिदेव की कृपा जरुर प्राप्त होगी।
व्यापारिक समस्याएं होंगी खत्म
शनि के अशुभ प्रभावों के कारण व्यक्ति को कभी-कभी नौकरी-व्यवसाय में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है इसलिये जिन जातकों को ये समस्याएं आ रही हैं वे शनि प्रदोष के दिन भगवान शिव का अभिषेक करें और दशरथकृत शनि स्त्रोत का पाठ करें।