कहा जाता है कि प्यार करने वाले दुनिया की परवाह नहीं करते और जब किसी को किसी से सच्चा प्यार होता है तब वो उम्र , जाति और धर्म सभी बंधनों को तोड़कर सिर्फ अपने प्यार को देखता है और अपने प्यार को हांसिल करने के लिए किसी भी हद से गुजर जाने को तैयार रहता है और आज हम आपको सच्चे प्यार की एक ऐसी ही दिलचस्प कहानी बताने वाले हैं तो आइए जानते हैं|
गौरतलब है कि 7 साल पहले एक 33 साल की लड़की जिसका नाम मीरा है वो फ्रांस के पेरिस शहर से मांडू घूमने के लिए आई थी और मीरा जो की विदेशी थी इस वजह से मीरा को हिंदी भाषा बोली और समझने में काफी दिक्कत हो रही थी और तब मीरा ने एक भारतीय गाइड जिसका नाम धीरज है उसकी सहायता ली और फिर धीरे धीरे मीरा और धीरज एक दुसरे के काफी अच्छे दोस्त बन गये और ये दोस्ती कब प्यार में बदल गयी इन्हें भी पता नहीं चला और फिर कुछ समय तक एक दूसरे के साथ रहने के बाद इन दोनों ने एक दूसरे से शादी रचाने का फैसला किया और फिर मीरा और धीरज विवाह के बंधन में बंध गए और आज मीरा अपने पति धीरज के साथ ही रहती है और अब मीरा ने खुद को भारतीय संस्कृति में पूरी तरह से ढाल लिया है और अब मीरा टूटी फूटी हिंदी भी बोलना सीख ली है|
आपको बता दे मीरा और धीरज आज दो बच्चों के माता-पिता बन चुके हैं जिसमें से अपने एक बेटे का नाम इन्होंने काशी रखा है जो कि अभी 5 साल का है और वही दूसरे बेटे का नाम नील रखा है जो की अभी महज 3 साल का है आज मीरा अपने पति और अपने दोनों बच्चों के साथ बेहद खुश हैं|
बता दे धीरज से शादी रचाने के बाद मीरा अब पूरी तरह से भारतीय रीति रिवाज में ढल चुकी हैं और विदेशी मीरा अब भारतीय पहनावा साड़ी और सलवार सूट पहनकर बेहद गर्व महसूस करती हैं और आज मीरा अपने पति धीरज के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रही है|
आपको बता दें पेशे से मीरा एक शिक्षक है और मीरा की मां ने एक शिक्षक हैं और इनके पिता पेशे से डॉक्टर हैं| वही इन दिनों मीरा पेरिस में रहने वाले बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज देती है और उन्हें पढ़ाई से जुड़े हर तरह के नोट्स बनाकर ऑनलाइन शेयर करती है और वही मीरा अपने दोनों बच्चों को भी फ्रेंच भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा भी सिखा रही हैं और इतना ही नहीं मीरा मांडू में अपना घर भी बनवा रही हैं और घर बनाने वाले मिस्त्रियों के साथ मीरा भी उनके साथ काम करती हैं और उनका हाँथ बताती है|
गौरतलब है कि मीरा धीरज से शादी रचाने के बाद भारतीय संस्कृति को पूरी तरह से अपना ली है और इन्हें ज्यादातर पारंपरिक वेशभूषा जैसे की साड़ी और सलवार सूट में ही देखा जाता है और वही मीरा ने एक बार मीडिया से बातचीत के दौरान बताया था कि उन्हें यहां की हर एक चीज अच्छी लगती है और वह हर एक चीज पर बेहद गर्व महसूस करती है और मीरा ने बताया था कि भारत के सभी रीति रिवाज वाकई में संस्कारवान है और उन रीति-रिवाजों में ढलने के बाद मुझे एक बेहद ही खास अनुभूति का एहसास होता है|
खबरों के मुताबिक मीरा के बच्चे भी बाकी बच्चों के साथ पारंपरिक खेल खेलते हैं और वही मीरा अपने परिवार के खानपान का खास ध्यान रखती हैं और वह खाने में ज्यादातर सादा भोजन ही बनाती हैं ताकि उनके बच्चों को और परिवार को स्वास्थ्य संबंधी कोई भी परेशानी ना हो| वही इन दिनों मीरा मांडू में अपने खूबसूरत आशियाना बनाने में जुटी हुई है और वह सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मिस्त्री और अपने पति के साथ घर के निर्माण कार्य में हाथ भी बटाती है और अपने घर परिवार की जिम्मेदारी को भी बखूबी निभा रही है|