दामाद यानि की बेटी का पति, हर जगह इनकी खास आवभगत होती हैं। भारतीय परंपरा में दामाद को काफी सम्मान दिया जाता हैं। उत्तर हो या दक्षिण और पूर्व हो या पश्चिम, देश के हर हिस्से में ससुरालवाले अपनी क्षमता से बढ़कर दामाद की सेवा करते हैं। यह तो जग-जाहिर है इन्हे दूसरे सगे-संबंधियों की तुलना में काफी अधिक सम्मान दिया जाता हैं। अब आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी ज़िले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने बारे में जानकर आपको काफी हैरानी होगी। यहाँ के एक परिवार ने अपने दामाद की कुछ इस तरह आवभगत की जिसके बारे में आपने पहले न तो कभी सुना होगा न देखा होगा।
भीमावरम शहर के एक व्यवसायी टाटावर्ती बद्री ने संक्रांति के अवसर पर अपने दामाद चावला पृथ्वीगुप्त (हैदराबाद) और बेटी हरिका के लिए उनके निवास पर 173-व्यंजन भोजन की व्यवस्था की। बात करते हुए,व्यवसायी ने कहा, “मेरी बेटी श्री हरिका, और दामाद चावला पृथ्वीगुप्त पिछले दो वर्षों से कोविड -19 प्रतिबंधों के कारण हमसे जुड़ने में सक्षम नहीं थे।
हम अपनी बेटी और दामाद के साथ संक्रांति का त्योहार नहीं मना पा रहे थे। लेकिन इस साल हमने साथ में सेलिब्रेट किया। मेरी पत्नी इन सभी 173 खाद्य पदार्थों को तैयार करने के लिए पिछले चार दिनों से काम कर रही है। आज यह संक्रांति का शुभ अवसर है, हमने अपने दामाद को आमंत्रित किया है।
बद्री की पत्नी संध्या ने कहा, “भोजन में भाजी, पूरी, करेला, तरह-तरह के हलवे, पापड़, अचार, मिठाई, कोल्ड ड्रिंक और गोली सोडा शामिल है। हमारे दामाद के लिए सभी 173 आइटम तैयार किए गए हैं। मायके में ऐसा खास स्वागत सत्कार देख बेटी भी खुशी से फूली नहीं समाई और सभी ने डायनिंग टेबल पर घर के व्यंजनों का लुत्फ उठाया। बता दे कि यह इस तरह का पहला मामला है जो सामने आया हैं। दामाद की खातिदारी होती है लेकिन इस तरह से शायद ही किसी और ने की होगी। ऐसा सिर्फ भारत में ही हो सकता है। अपने इसी आदर-सत्कार की वजह से भारत दुनिया भर में मशहूर हैं।