टीवी पर प्रसारित होने वाला रियलिटी शो इंडियन आइडल आज दर्शकों के बीच गजब की लोकप्रियता हासिल कर चुका है| बात करें अगर इस शो की तो अभी कुछ वक्त पहले ही इस शो के 12वें सीजन का अंत हुआ है और पवनदीप राजन को शो के इस सीजन में विजेता चुना गया हैं| पर अपनी आज की इस पोस्ट में हम शो के विजेता रहे पवनदीप राजन के बारे में नही बल्कि शो की उपविजेता रही अरूणिता कांजीलाल के बारे में बात करने जा रहे हैं…
सबसे पहले कर बात करें अरुणिता की तो आज संगीत की दुनिया में इन्होंने अपनी आवाज के दम पर अच्छी खासी पहचान बना ली है| अरुणिता भले ही इंडियन आइडल के विजेता ना बन पाई हो लेकिन अपनी बेहतरीन सिंगिंग के दम पर इन्होंने अपनी एक अच्छी फैन फालोविंग जरूर बना ली है| अरुणिता की बात करें तो इनका जन्म कोलकाता में हुआ है उन्होंने अपने शुरुआती शिक्षा कोलकाता के ही सेंट जेवियर्स स्कूल से पूरी की है|
अरुणिता की कुल संपत्ति
अरुणिता कांजीलाल की बात करें तो इन दिनों अपनी शानदार सिंगिंग को लेकर यह काफी अधिक सुर्खियों में बनी हुई है और साथ ही इंडियन आइडल की रनर अप बन कर भी इन दिनों खबरों में छाई हुई हैं| बात करें अगर अरुणिता कांजीलाल की कुल संपत्ति की तो रिपोर्ट के मुताबिक इनकी कुल संपत्ति को लगभग 1 से 2 करोड़ों रुपयों के बीच बताया जाता है|
जानकारी के लिए बता दें अरुणिता कांजीलाल ने अपनी प्लेबैक सिंगिंग और म्यूजिक शो की प्राइज मनी को ही अपनी कुल संपत्ति का मुख्य स्त्रोत बताया है|
अरुणिता कांजीलाल का सिंगिंग करियर
अरुणिता कांजीलाल की सिंगिंग डरने की बात करें तो इन्होंने महज 10 साल की उम्र में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी| इन्हें सबसे पहली बार साल 2013 में बंगाली म्यूजिक रियलिटी शो ‘सा रे गा मा पा बांग्ला’ मैं देखा गया था और वही से इन्होंने काफी पॉपुलरटी हासिल की थी| इस किताब को हासिल करने के बाद अरुणिता को पहली बार प्लेबैक सिंगिंग का अवसर मिला जिसके बाद इन्हें कुमार सानू जैसे भारत के मशहूर सिंगर और कंपोजर के साथ गाने का मौका मिला|
इसके बाद एक और सिंगिंग रियलिटी शो ‘सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स’ मैं भी अरुणिता कांजीलाल ने पहला स्थान हासिल किया जो के साल 2014 में जी टीवी पर प्रसारित हो रहा था| और अब इंडियन आइडल के बारे में सीजन में इन्होंने बार फिर से दूसरा स्थान हासिल करके अपनी काबिलियत साबित की है जिसके बाद आज ये किस मुकाम पर है ये तो शायद ही हमे बताने की जरूरत है|
2 साल की उम्र में मामा से मिला म्यूजिक का अर्थ
अक्सर ऐसा कहा जाता है के बच्चे के लिए सबसे पहले गुरु उसकी मां होती है और अरुणिता के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जी ने सबसे पहले संगीत का ज्ञान उनकी मां से मिला| लेकिन इसके बाद अरुणिता कांजीलाल के मामा उनके पहले म्यूजिक टीचर रहे| मैं उनके बाद नंदिता चौधरी नाम की बंगाल की एक लोकप्रिय संगीत शिक्षिका का भी इन्हें सिंगिंग सिखाने में हम योगदान रहा|