दुनिया में हैरतंगेज़ मामलों का सामने आना हमारे लिए आम बात हो गई है जब भी हम अख़बारों के पन्नों को टटोलते हैं या फिर सोशल मीडिया देखते हैं तो कोई न कोई अजीबोगरीब मामला हमे पढने या सुनने को मिल ही जाता है जो एक बार हमे भी सोचने को मजबूर कर देता है कुछ ऐसा ही मामला आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिसको सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल गुजरात का एक परिवार कनाडा में अपनी जिंदगी बिता रहा था. इस खुशहाल परिवार की एक महामारी के कारण अच्छी खासी दुनिया तबाह हो गई. एक समय में परफेक्ट और सुखी फैमिली माने जाने वाला परिवार अब पहले जैसा नहीं रहा क्यूंकि अब केवल एक ही महिला घर में जीवित बची है. ख़बरों के अनुसार इस महिला ने अपने पति की जान की परवाह न करते हुए कुछ ऐसी डिमांड रख दी थी जोकि काफी हैरान कर देने वाली है. लेकिन पूरी खबर सुनने के बाद आपको यह समझ आएगा कि एक हद तक इस महिला ने सही भी किया है.
दरअसल, गुजराती परिवार के एक बेटा और बहू कनाडा में अपनी खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहे थे, उन्हें अचानक पता चलता है कि भारत में बहू के ससुर की तबीयत अचानक काफी ज्यादा खराब हो गई है. इसी तरह से करोना महामारी के दौरान बहू अपने परिवार की हिम्मत बढ़ाने के लिए परिवार के पास भारत वापिस पहुंचती है. तभी अचानक से बहू को इस बात की जानकारी मिलती है कि उसके पति को भी करोना हो गया है और इसी के कारण उन्हें अस्पताल में दाखिल है. उसके बाद उस बेचारी महिला को यह समझ नहीं आता यह क्या करें क्या ना करें. अब उसको दोनों तरफ की स्थिति को संभाल के रखना था लेकिन कुछ समय बाद उसको पति के अस्पताल से फोन आता है कि उनके पति अब कुछ दिनों के लिए मेहमान है. ऐसे में महिला के दिमाग में कुछ ऐसा आया इसको सुनकर आप हैरान रह जाएंगे.
दरअसल इसके बाद महिला ने हॉस्पिटल स्टाफ से अपने पति के स्पर्म की डिमांड की. क्योंकि वह अपने पति के बच्चे की मां बनना चाहती थी. मां बनना किसी भी औरत के लिए सबसे ज्यादा खुशी की बात होती है. यही कारण था कि उस बहू ने ऐसा करने के बारे में सोचा. लेकिन अस्पताल वालों ने उसके इस सपने पर पानी फेरते हुए ऐसा करने से मना कर दिया. लेकिन देखते ही देखते अब करोना महामारी ने विकराल रूप ले लिया था ऐसे में वह महिला वापस का कनाडा अपने पति के पास भी नहीं जा सकती थी. इसके बाद इस महिला ने गुजरात कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
महिला ने गुजरात कोर्ट में अपने पति के सप्रम की डिमांड की. उन्होंने कहा कि उनके पत्नी के बचने की उम्मीद न के बराबर है लेकिन विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है. ऐसे में अगर इस महिला को उसके पति का स्पर्म मिल जाता है तो वह एक बच्चे की मां बन जाएगी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने सभी कुछ सुनवाइयों को बीच में रोककर इस महिला की बात को ध्यान से सुना. हालांकि कोर्ट ने महिला की अर्जी को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह कृत करना ठीक नहीं है. वहीँ अब महिला के पति और ससुर दोनों इस दुनिया को अलविदा कह कर जा चुके हैं. और यह महिला अकेले अपने जिंदगी व्यतीत कर रही है इनको अपने पति से जो एक उम्मीद थी इसके साथ यह उम्मीद भी इनकी अब टूट चुकी है. अब वह पूरी तरह से अकेले अपनी जिंदगी व्यतीत कर रही है क्यूंकि उसके पास उसे माँ कहने वाला कोई बच्चा भी नहीं है और ना ही उसका अपना जीवन साथी.