मध्य प्रदेश के जिला शिवपुरी से एक ऐसी घटना सामने आ रही है जिसको सुनने के बाद शायद आप की भी आंखें नम हो जाएंगी. यहां पर एक परिवार ने सामाजिक बेड़ियों को तोड़कर एक मिसाल कायम की है. उन्होंने अपनी 1 साल की पोती को उसके पहले बर्थडे पर काफी शानदार तोहफा दिया है. जानकारी के लिए बता दे जब यह बच्ची महज 5 साल की थी तभी कोरॉना महामारी के चलते इसके पिता का निधन हो गया था. बहू और और छोटी बच्ची के सामने उनका पूरा जीवन पड़ा था वही सास ससुर अपनी बेटी समान बहू को अपने परिवार से अलग नहीं करना चाहते थे. इन सभी बातों को मध्य नजर रखते हुए परिवार वालों ने अपने छोटे बेटे की शादी अपनी इस विधवा बहू के साथ रचाने का फैसला किया.
दरअसल यह पूरी कहानी शिवपुरी के नवाब साहब रोड के निवासी अध्यापक अशोक चौधरी के परिवार की है. अशोक चौधरी ने अपने बड़े बेटे सूरज चौधरी का विवाह 2018 में फतेहपुर सीकरी निवासी सपना चौधरी के साथ करवाया था. 2020 में सूरज चौधरी एक बेटी के पिता बने और उनके घर में खुशियों की बरसात हुई. इस जोड़ी ने अपनी इस बेटी का नाम आरू रखा. अप्रैल 2021 में सूरज कोरोनावायरस की चपेट में आ गया. परिवार वालों ने सूरज का काफी इलाज करवाया लेकिन सूरज की जान नहीं बच पाई. जब सूरज की बेटी आरु महज 6 माह की थी तो सूरज इस दुनिया को कोरोनावायरस के चलते अलविदा कहकर चले गए. बेटे के चले जाने के बाद सास ससुर को बहू की चिंता सताने लगी की बहू अपनी आगे की जिंदगी कैसे व्यतीत करेगी.
बेटे के इस दुनिया से चले जाने के बाद उनकी बहू बुरी तरह से टूट गई थी जिसके कारण परिवार वालों को बहू की चिंता और भी ज्यादा सताने लगी. साथ ही परिवार वाले अपनी बहू और पोती को खुद से अलग भी नहीं करना चाहते थे. ऐसे में बहू के सास ससुर और उसके अजिया ससुर ने घर के छोटे बेटे मनोज चौधरी के साथ बहू की शादी कराने का फैसला लिया. इस बात को लेकर परिवार के सभी सदस्यों ने आपस में विचार विमर्श किया और घर के सभी लोग उनकी शादी कराने के लिए तैयार हो गए.
इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने बेटा और बहू से इसके बारे में बात की जिसके बाद बेटा और बहू ने एक-दूसरे से विवाह करने के लिए हामी भर दी. पति के जन्मदिन के अवसर पर परिवार के लोगों ने मिलकर इन दोनों की शादी संपन्न कराई. शादी होने के बाद बहू को पति और उस 6 महीने की बच्ची को उसका पिता मिल गया. अब परिवार में खुशी की लहर दौड़ रही है. सास ससुर द्वारा उठाया गया यह कदम वाकई काबिले तारीफ है.