इसमें कोई शक नहीं कि दीवाली का त्यौहार हिन्दू धर्म में सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है. वैसे भी दीवाली का त्यौहार हिन्दुओ के लिए काफी महत्व रखता है. वो इसलिए क्यूकि दीवाली का त्यौहार आने से पहले ही लोग इसके आगमन की तैयारियां करना शुरू कर देते है. गौरतलब है कि इस बार दीवाली का त्यौहार सात नवंबर को मनाया जाएगा. हालांकि उससे पहले धनतेरस का त्यौहार भी मनाया जाएगा. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो दीवाली का त्यौहार आने से पहले ही लोगो के मन में खुशियां छा जाती है. बरहलाल हिन्दू धर्म के अनुसार दीवाली पर त्योहारों की श्रृंखला होती है. जैसे कि पहले दिन धनतेरस, तो वही दूसरे दिन नर्क चतुर्दशी और तीसरे दिन जाकर दीवाली मनाई जाती है.
अब ये तो सब को मालूम ही है कि दीवाली का त्यौहार आने से पहले ही लोग माँ लक्ष्मी जी को खुश करने में लग जाते है. जी हां माँ लक्ष्मी को खुश करने के लिए हम घर की सफाई करते है और चारो तरफ दीयें जलाते है. यहाँ तक घर के मंदिर को बखूबी सजाते है. ताकि माँ लक्ष्मी हमसे प्रसन्न हो सके और अपनी कृपा हम पर बरसा सके. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लक्ष्मी पूजा से पहले ही माँ लक्ष्मी का ध्यान करना पड़ता है. जी हां अगर वास्तव में माँ लक्ष्मी की पूजा बिना किसी विधि विधान के की जाएँ तो लक्ष्मी जी इस पूजा को स्वीकार नहीं करती. यहाँ तक कि ऐसी पूजा का कोई फल भी नहीं मिलता. इसलिए ये जरुरी है कि माँ लक्ष्मी जी की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की जाएँ.
वैसे आज हम आपको माँ लक्ष्मी को खुश करने का ऐसा उपाय बताने वाले है, जिसके बारे में जान कर आप भी हैरान रह जायेंगे. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह उपाय जितना आसान है, उतना ही फायदेमंद भी है. हालांकि अगर आप इस उपाय को सच्चे मन से करेंगे, तभी आपको इस उपाय का फल मिल पायेगा. तो चलिए अब आपको इस उपाय के बारे में बताते है. गौरतलब है कि हमारे शास्त्रों में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है. बरहलाल हमारे पुराणों में भी यह सिद्ध हो चुका है कि गाय के सभी देवी देवताओ का वास होता है.
यहाँ तक कि कुछ लोग तो अपनी बीमारियां ठीक करने के लिए गोमूत्र का सेवन करते है. केवल इतना ही नहीं इसके इलावा गाय का गोबर भी कई तरह की औषधियां बनाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. इसलिए आज जो उपाय हम आपको बताने वाले है, वो भी गाय माता से ही संबंधित है. इस उपाय के अनुसार दीवाली से दो दिन पहले यानि धनतेरस के दिन सुबह उठ कर स्नान कर लीजिये. इसके बाद एक कटोरी में भुने हुए चने और गुड़ ले लीजिये. बता दे कि आपको ये दोनों चीजे एक कटोरी में डाल कर गाय को खिलानी है. गौरतलब है कि गाय को ये दोनों चीजे खिलाने के बाद उसके ऊपर हाथ फेरे और मन ही मन में माँ लक्ष्मी का आवाहन करे.