इस समाज में आपको आए दिन काफी कुछ देखने को मिलता है कभी महिला का तिरस्कार तो कभी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, लेकिन इन सबके बीच आज जो कहानी सुनने को मिली वो वाकई में काबिले तारीफ है। जी हां दरअसल आपको बता दें कि जिस कहानी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में फ्रेंच कॉलोनी निवासी एक युवक और उनकी मां की है।
हाल ही में गौरव ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया जिसकी वजह से वो सुर्खियों में आ गए। दरअसल उन्होने अपने पोस्ट में लिखा था कि “मुझे अपनी विधवा मां डोला अधिकारी के लिए एक योग्य वर चाहिए। मैं रोज़गार के सिलसिले में ज़्यादातर समय घर से बाहर रहता हूं। ऐसे में मेरी मां घर में अकेली पड़ जाती हैं। मुझे लगता है कि एकाकी जीवन गुजारने की बजाय सबको बेहतर तरीके से जीने का अधिकार है।
हालांकि ये पहला मामला नहीं है बल्कि इसके पहले इसी महीने आस्था नामक एक युवती ने भी अपनी मां के लिए 50 साल के एक सुंदर व्यक्ति की तलाश में एक ट्वीट किया था। वो ट्वीट काफी वायरल हुआ था। अब जाकर गौरव भी इसी वजह से चर्चा में आ गए हैं, दरअसल आज से करीब 5 साल पहले गौरव के पिता का निधन हो गया था। उसके बाद उनकी 45 वर्षीया मां घर में अकेले ही रहती हैं। लेकिन अब कई लोगों के मन में ये आ रहा है कि 5 साल बाद आखिर उन्होंने फ़ेसबुक पर ऐसी पोस्ट क्यों लिखी?
गौरव का कहना है कि, “मेरे पिता कुल्टी में नौकरी करते थे। वर्ष 2014 में उनके निधन के बाद मां अकेले पड़ गई हैं। मैं अपने माता-पिता की इकलौती संतान हूं। मैं सुबह सात बजे ही नौकरी पर निकल जाता हूं और लौटने में रात हो जाती है। पूरे दिन मां अकेले ही रहती हैं। मुझे महसूस हुआ कि हर आदमी को साथी या मित्र की जरूरत है। जिसकी वजह से उन्होने अपनी मां से इस बारे में बात की, गौरव ने बताया, “मैंने मां से बात की थी। मां मेरे बारे में सोच रही हैं लेकिन मुझे भी उनके बारे में सोचना है। एक संतान के तौर पर मैं चाहता हूं कि मां के जीवन के बाकी दिन बेहतर तरीके से गुजरें।
उनकी इस पोस्ट पर कैसी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं?
जब गौरव ने ये पोस्ट अपने फेसबुक पर डाला तो तो इसके तुरंत बाद ही कई लोगों ने फोन कर विवाह की इच्छा जताई है। जिनमें से कुछ डाक्टर तो कुछ मरीन इंजीनियर से लेकर शिक्षक तक शामिल हैं। उनमें से किसी योग्य पात्र को तलाश कर मां का दूसरा विवाह कराना ही फिलहाल मेरा प्रमुख लक्ष्य है। लेकिन वहीं गौरव ने यह भी बताया कि “पीठ पीछे तो लोग लाख तरह की बातें करते हैं लेकिन अब तक सामने किसी ने कुछ नहीं कहा है। वह कहते हैं, मैंने महज प्रचार पाने के लिए यह पोस्ट नहीं लिखी है।बहुत से युवक-युवतियां मेरी तरह अपने मां-बाप के बारे में जरूर सोचते होंगे। लेकिन समाज के डर से वह लोग आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।”