हिंदी सिनेमा में कितनी ही ऐसी फिल्में है जो एवरग्रीन मानी जाती है। इन्हीं फिल्मों में नाम आता है फिल्म शोले का। जी हां इस फिल्म को 46 साल से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन इस फिल्म को लेकर लोगों में आज भी काफी क्रेज़ देखने को मिलता है। बता दें कि शुक्रवार को कौन बनेगा करोड़पति 13 के मंच पर फिल्म शोले के स्टार्स को रीयूनियन होगा। शुक्रवार को शो में फिल्म की बसंती यानि हेमा मालिनी, फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी मौजूद होंगे। फिल्म के वीरू यानि धर्मेंद्र वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे और फिल्म के जय यानि अमिताभ बच्चन तो शो को होस्ट करते ही हैं।
केबीसी के मंच पर ‘शोले’ से जुड़े कई किस्से दर्शकों को सुनने को मिलेंगे। हेमा मालिनी, धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन का वही पुराने एवरग्रीन डॉयलॉग्स बोलना काफी दिलचस्प होगा। वहीं, डायरेक्टर रमेश सिप्पी भी फिल्म और उससे जुड़े किरदारों के बारे में कई यादें शेयर करते हुए दिखाई देंगे। इस सबका खुलासा केबीसी के प्रोमो में दिखाई देगा। इस फिल्म में एक सीन है जिसको शूट करने में अमिताभ जैसे कलाकार को पूरे 3 साल लग गए।
Shuru hua Sholay film ki yaadon se juda silsila #KBC13 ke manch par! Inn rochak palon ko dekhna mat bhooliyega #KaunBanegaCrorepati ke #ShaandaarShukravaar episode mein, iss shukravaar, 15th Oct, raat 9 baje, sirf Sony par. pic.twitter.com/H7NlREuxIK
— sonytv (@SonyTV) October 13, 2021
ये सीन हुआ था 3 साल में शूट-
प्रोमो में खुलासा हुआ है, अमिताभ बच्चन खुद बताते हुए नज़र आ रहे हैं कि फिल्म के एक सीन को शूट करने में 3 साल का वक्त लगा था। अमिताभ बच्चन ने कहा ‘एक सीन था कि हम माउथऑर्गन बजा रहे हैं और ऊपर देख रहे हैं, जया जी चिराग जला रही हैं। 3 साल लग गए उस एक शॉट को लेने में।’
अमिताभ-जया बच्चन का ये सीन महज तीन मिनट का था, लेकिन इसे शूट करने में तीन साल लग गए थे। सीन के बारे में अमिताभ बच्चन ने बताया कि इस सीन को शूट करने के लिए एक अलग लाइटिंग की जरूरत थी और सूर्यास्त के समय हमारे डायरेक्टर शॉट लेना चाहते थे। आपको विश्वास नहीं होगा कि डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने इस सीन को शूट करने में तीन साल बिता दिए, ताकि उन्हें परफेक्ट शॉट मिल सके।
धमेंन्द्र ने भी खोला ये राज
इस दौरान ही धर्मेंद्र बताते हुए नजर आएंगे कि ‘याद है मैं 28 मील पैदल चला गया था।’ प्रोमो में नजर आ रहा है कि इस पर रमेश सिप्पी रिएक्ट करते हुए कहेंगे – बिलकुल याद है। प्रोमो में हेमा मालिनी धर्मेंद्र के फिल्म का बड़ा ही फेमस डॉयलॉग बोलती भी सुनाई देंगी वो डॉयलाग है- ‘बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना।’
फिल्म में बारे में ये भी जानना दिलचस्प है कि फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी इस फिल्म को भारत की सबसे बड़ी फिल्म बनान चाहते थे। 35 एमएम का फॉर्मेट फिल्म को बड़ा बनाने को छोटा था, इसलिए तय किया गया था कि इसे 70 एमएम और स्टीरियोफोनिक साउंड में बनाया जाएगा। फिल्म शोले का कुल बजट तीन करोड़ रुपये था। लेकिन आज अगर कोई इस फिल्म को बनाना चाहें तो कम से कम 150 करोड़ रुपए की बजट की ज़रुरत होगी।