जैसा कि हम जानते हैं कि इस समय त्योहारों का मौसम चल रहा है लगातार एक के बाद एक त्योहार आ रहे हैं। अभी हाल ही में नवरात्र व विजयादशमी जैसे त्योहार पूरे देशभर में धूमधाम से मनाया गया। अब इसके बाद हर साल की तरह इस बार भी अश्विन महीने की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाएगा जो कि 13 अक्टूबर, रविवार को पड़ने वाला है। कई जगहों पर शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। सभी पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा को खास माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी रात के समय पृथ्वी लोक का भ्रमण करती हैं।
इस त्योहार की बेहद ही ज्यादा मान्यता है, क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है कि शरद पूर्णिमा की मध्यरात्रि में चंद्रमा सोलह कलाओं से अमृत वर्षा होने पर ओस के कण के रूप में अमृत की बूंदें गिरती हैं। यही वजह है कि इस रात चांदी के बर्तन में खीर रखने की परंपरा भी है ताकि अमृत के कण उस खीर में पड़े और फिर वो खीर अमृत तुल्य हो जाती है। जिसको प्रसाद रूप में ग्रहण करने से व्यक्ति आरोग्य एवं कांतिवान रहेंगे। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्वी के बेहद करीब आ जाता है और इस ऋतु में मौसम साफ रहता है। शरद पूर्णिमा की रात्रि में चंद्र किरणों का शरीर पर पड़ना बहुत ही शुभ माना जाता है।
इतना ही नहीं इसके अलावा इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने की भी परंपरा है कहा जाता है कि इस दिन अगर आप माता लक्ष्मी को प्रसन्न कर लेते हैं तो आपके सभी आर्थिक समस्या समाप्त हो जाएगी। यही वजह है कि लोग इस दिन कई तरह के उपाय भी करते हैं। इसलिए आज हम आपको वह चमत्कारी मन्त्र के बारे में बताने वाले हैं जो आपके जीवन में सफलता ला देगी।
कहा जाता है शरद पूर्णिमा के दिन आप सफेद फूल जैसे चंपा चमेली, सफेद मोती, सफेद फल, सफेद मिठाई श्रीकृष्ण या चंद्रमा को अर्पित कर सकते हैं इसके अलावा महालक्ष्मी को पीली और लाल सामग्री चढ़ाकर उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।खासकर शरद पूर्णिमा की रात में की गयी पूजा आपकी जिंदगी में खुशिया भर देगी और आपके पास कभी पैसों की कमी नहीं रहेगी, लक्ष्मी माँ आप पर कृपा बरसा सकती हैं। इसलिए अगर आप इस पूजा के साथ इस दिन इन मंत्र का जाप कर सकते हैं:- ”ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” और “पुत्र पौत्रं धनं धान्यं हस्त्यश्वादिगवेरथम् प्रजानां भवसि माता आयुष्मन्तं करोतु मे.” इन दोनों मंत्र का जाप इस रात में करने से दिन सुखद हो जाता है।
यदि आप चाहते हैं कि माँ अन्नपूर्णा की कृपा हमेशा बनी रहे और अन्न से संबंधी कोई परेशानी ना आए तो इसके लिए आप शरद पुर्णिमा की रात को आप अपने अनाज के बर्तन यानि जिसमे आप अनाज रखते हैं उसे चाँदनी में रखे, इसे सूर्य उदय होने से उठाकर घर में रख ले| ऐसे में जब आप इस अन्न को ग्रहण करेंगे तो आपको उस अनाज से लाभ होगा।