आप ने पंजाब के अमृतसर में रहने वाले दो भाई सोहणा और मोहणा के बारे में तो सुना होगा.बता दे यह दोनों भाइयों का शरीर जुड़ गया है जिसके कारण इन दोनों को हमेशा एक साथ रहना पड़ता है जन्म से ही इन दोनों भाइयों का ऊपर वाला हिस्सा तो अलग है लेकिन नीचे वाला हिस्सा एक दूसरे से जुड़ा हुआ है. इन दोनों भाइयों में से सोहणा को बिजली विभाग में नौकरी मिल गई है लेकिन शरीर से जुड़ा होने के कारण अब मोहणा भी अपने भाई की इस काम को करने में मदद करेगा. 11 दिसंबर के दिन सोहणा को बिजली विभाग की तरफ से नौकरी पत्र दिया गया.इन दोनों को नौकरी दिलाने के लिए पंजाब के पूर्व चीफ मिनिस्टर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आवेदन किया था.जिसको 5 महीने हो चुके हैं और 5 महीने बाद अब इन दोनों जुड़वा भाइयों को नौकरी मिल चुकी है.
बता दे इन दोनों भाइयों ने इसी साल इलेक्ट्रीशियन डिप्लोमा की डिग्री हासिल की थी.जिसके बाद इन दोनों भाइयों ने नौकरी प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था और पंजाब सरकार ने भी इनको स्पेशल कोटे से नौकरी देने का वादा किया था. जिसके बाद इन दोनों भाइयों को डेंटल कॉलेज के पास वाले बिजली घर में बतौर मेंटेनेंस कर्मचारी नौकरी दे दी गई. इस नौकरी के लिए इन्हें तनख्वाह के रूप में ₹20000 प्रतिमाह दिया जाएगा. बता दे दोनों भाइयों में से नौकरी केवल सोहणा को मिली है लेकिन दोनों भाइयों का शरीर जुड़ा होने के कारण दोनों ही इस काम को एक साथ करेंगे.
अगर इन दोनों के जन्म की बात करें तो इन दोनों भाइयों का जन्म 24 जून 2003 में दिल्ली के एक अस्पताल में हुआ था.लेकिन दोनों भाइयों की अजीब होने के कारण इनके माता-पिता ने इनको स्वीकार करने से मना कर दिया और इनको हॉस्पिटल में ही छोड़कर चले गए. जिसके बाद इन दोनों भाइयों की परवरिश अमृतसर के पिंगलवाड़ा में हुई जहां पर बीबी इंदरजीत कौर द्वारा इनका नामकरण किया गया इन दोनों भाइयों का नाम सोहणा और मोहणा इंद्रजीत कौर ने ही रखा था.
जानकारी के लिए बता दे इन दोनों भाइयों का अजीब होने का कारण यह है किइनके शरीर का ऊपर का हिस्सा तो अलग अलग है लेकिन इन दोनों के शरीर का नीचे वाला हिस्सा एक दूसरे के साथ जुड़ा हुआ है कहां जाए तो इन दोनों के हाथ तो चार है. लेकिन टांगे दो ही है.ऊपर से देखने पर तो यह दोनों अलग-अलग इंसान लगते हैं. लेकिन नीचे वाला ही साइन का एक इंसान का है.दरअसल इनके पेट के ऊपर वाला जो हिस्सा है वह तो अलग अलग है लेकिन पेट के नीचे का पूरा ही हिस्सा का जुड़ा हुआ है. डॉक्टरों का कहना था कि ऐसे बच्चे ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह सकते. लेकिन इन दोनों बच्चों की परवरिश ठीक तरह से होने के कारण आज यह दोनों बच्चे बड़े हो चुके हैं और दोनों ने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर नौकरी भी प्राप्त कर ली है. डॉक्टरों का यह भी कहना था कि 2लाख में से ऐसा केस एक ही होता है.