ये तो सब जानते है कि हिन्दू शास्त्रों के अनुसार राधा और कृष्ण जी का नाम एक दूसरे से किस कदर जुड़ा हुआ है. जी हां इन दोनों की शादी नहीं हुई थी, लेकिन फिर भी इन दोनों के बीच प्रेम का काफी गहरा रिश्ता था. यहाँ तक कि इन दोनों का रिश्ता इतना मजबूत था कि लोग इनके प्यार की मिसालें देते थे और आज भी देते है. अब यूँ तो आज के समय में इन दोनों जैसा प्यार करना काफी मुश्किल है. मगर फिर भी आज हम आपको ऐसी राशि के बारे में बताने जा रहे है, जिनके बीच इन दोनों जैसा ही प्यार होता है. अब ये तो सब जानते है कि हिन्दू धर्म में भगवान् कृष्ण का नाम कितना ऊंचा माना जाता है. मगर फिर भी जब भी कृष्ण जी को याद किया जाता है या उनका स्मरण किया जाता है तो उनसे पहले राधा जी का नाम आता है.
ऐसे में आप खुद इस बात का अंदाजा लगा सकते है कि कृष्ण जी राधा जी से कितना प्रेम करते थे और आज भी करते है. बरहलाल इन दोनों की प्रेम कहानियों के किस्से आपको किसी भी ग्रंथ या किताब में देखने और पढ़ने को मिल जायेंगे. वैसे आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी किसी मंदिर में कृष्ण जी की मूर्ति लगाई जाती है, तो उनके साथ राधा जी की मूर्ति जरूर लगाई जाती है. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो जो लोग कृष्ण जी के भक्त है, उन्हें वास्तविक रूप से राधा जी की पूजा और उनका स्मरण करना चाहिए. जी हां ऐसा करने से कृष्ण जी खुद बखुद खुश हो जायेंगे. तो चलिए अब आपको उस राशि के बारे में बताते है जिनका प्यार राधा और कृष्ण जी की तरह काफी पक्का होता है. इस राशि वालो के बीच काफी अटूट रिश्ता होता है. हो सकता है कि आपकी राशि भी इनमे से एक हो.
मेष और कुम्भ राशि.. गौरतलब है कि अगर आपकी राशि मेष है और अगर आपको कुम्भ राशि का पार्टनर मिला है, तो यक़ीनन आप बेहद खुशकिस्मत है. बता दे कि इन दो राशि वालो की जोड़ी एकदम राधा और कृष्ण जैसी ही होती है. जी हां इन दो राशि वालो के बीच राधा और कृष्ण जैसा ही प्रेम होता है. बरहलाल इनका प्रेम संबंध वासना से परे और बेहद सच्चा तथा पवित्र होता है. यहाँ तक कि इनकी कुंडली में ग्रहो और नक्षत्रो का भी काफी अच्छा प्रभाव होता है. जिसके कारण इनका प्यार और भी ज्यादा मजबूत होता है.
गौरतलब है कि ये दो राशि वाले लोग पूरी उम्र एक दूसरे का साथ निभाते है और सात जन्मो तक साथ जीने मरने का वादा करते है. हालांकि मेष और कुम्भ राशि के प्रेमी प्रेमिका को हर सोमवार महादेव की आराधना जरूर करनी चाहिए. इसके साथ ही उन पर फूल और जल अर्पित करना चाहिए. इससे आपका वैवाहिक जीवन काफी सुखमय रहेगा.