आज से लगभग सवा पांच हजार साल पहले भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया था. इसके बाद से ही हर साल ये दिन जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता हैं. ऐसे में इस साल जन्माष्टमी का त्यौहार 2 सितंबर और 3 सितंबर को मनाया जाएगा. दरअसल कई बार ऐसा हो जाता हैं कि किसी साल जन्माष्टमी एक की बजे दो दिन मनाई जाती हैं. पहले दिन इसे स्मार्त सम्प्रदाय के लोग मनाते है जबकि दुसरे दिन की जन्माष्टमी वैष्णव संप्रदाय वालो के लिए होती हैं.
ऐसा कहा जाता हैं कि जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल की पूजा करना अत्यंत शुभ होता हैं. इस दिन कृष्ण जी से जो कुछ भी मांगते हैं वो पूर्ण हो जाता हैं. यही कारण हैं कि देशभर में जन्माष्टमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं. चुकी श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि 12 बजे हुआ था इसलिए जनमष्टमी पर उनकी पूजा भी रात्रि 12 बजे की जाती हैं. इस दिन भक्तजन दिनभर उपवास रखते हैं और फिर रात को कृष्णजी की आरती के बाद इस उपवास को तोड़ देते हैं.
बहुत कम लोग जानते हैं कि जन्माष्टमी के दिन उपवास तोड़ने के लिए सिर्फ ‘पंजीरी’ का ही इस्तेमाल करना चाहिए. पंजीरी एक प्रसाद होता हैं जो ख़ासतौर पर भगवान श्रीकृष्ण के लिए ही बनाया जाता हैं. जन्माष्टमी पर पंजीरी का प्रसाद चढ़ाने की परंपरा कई सदियों पुरानी हैं. कुछ लोग आटे से बनी पंजीरी का प्रसाद चढ़ा देते हैं. लेकिन आपको बता दे कि श्रीकृष्ण को केवल धनिये से बनी पंजीरी का ही प्रसाद चढ़ाया जाता हैं. जन्माष्टमी वाले दिन आप पूजा के समय इस प्रसाद को चढ़ाए और फिर आरती के बाद इसे सभी लोगो में वितरित करे. अंत में आप भी इसे ग्रहण कर अपना उपवास तोड़ सकते हैं.
पंजीरी का प्रसाद बालगोपाल को चढ़ाने से घर में सुख शान्ति बनी रहती हैं. साथ ही आपकी सभी मनोकामना भी पूर्ण होती हैं. यदि आपको धनिये की पंजीरी बनाने की विधि नहीं पता हैं तो टेंशन ना ले. आज हम आपको बताएँगे कि कैसे आप जनमष्टमी के लिए घर पर ही धनिये से बनी पंजीरी का प्रसाद बना सकते हैं.
जन्माष्टमी पर ऐसे बनाए धनिये की पंजीरी
सामाग्री: इसके लिए आपको चाहिए 100 ग्राम धनिया पाउडर, 3 चम्मच देसी घी, 1/2 कप मखाना, 1/2 कप चीनी, 10 से 12 काजू, 10 से 12 बादाम, 1 चम्मच चिरौंजी.
बनाने की विधि: इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले गैस पर कढ़ाई गर्म होने रख दे. अब इसमें घी डाले और उसे भी गर्म कर ले. इसके बाद कढ़ाई में धनिया पाउडर डाले और उसे चम्मच से हिलाते हुए अच्छे से भून ले. अब इसी तरह फिर से गर्म घी की कड़ाई में बारीक कटे मखानों के टुकड़े डाले और उन्हें भी अच्छे से भून ले. इन भुने हुए मखानो को आप दरदरा पीस ले. अब भुने हुए धनिया पाउडर और मखानों को एक बर्तन में डाले और उसमे सभी प्रकार के मेवे जैसे काजू, बादाम, पिष्ट इत्यादि मिला दे. लीजिए आपकी पंजीरी तैयार हैं. इस पंजीरी को जन्माष्टमी वाले दिन भगवान को भोग के रूप में लगाए. अपना उपवास भी आप इसी पंजीरी से तोड़े.