जाने आखिर चीन ने कैसे बनाया नकली सूरज, पूरी खबर पढ़ कर रह जायेंगे हैरान

ये तो सब जानते है कि इस धरती पर ऊर्जा का सबसे बड़ा स्त्रोत सूर्य है. जी हां ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर धरती पर सूर्य न हो, तो धरती पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो सूर्य के कारण ही धरती पर जीवन है. अब जाहिर सी बात है कि सूर्य ही वो एकमात्र चीज है, जो धरती को रौशनी देती है. ऐसे में अगर सूर्य का अस्तित्व धरती पर खत्म हो जाएँ तो इस धरती का विनाश होना लाजिमी है. गौरतलब है कि सूर्य वास्तव में एक बहुत बड़ा तारा है. जो पृध्वी से देखने पर तो काफी छोटा लगता है. मगर वास्तव में यह काफी बड़ा गोला है. इसके इलावा सूर्य में नाभिकीय संलयन अभिक्रिया के कारण ही असीमित मात्रा में ऊर्जा पाई जाती है. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसमें हीलियम और हाइड्रोजन जैसी अधिक तापमान वाली कई अभिक्रियाएं पाई जाती है.

यही वजह है कि सूर्य जरूरत से ज्यादा गर्म होता है. वैसे आप सोच रहे होंगे कि आज हम अचानक सूर्य की बात क्यों कर रहे है. तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आज हम आपको सूर्य के बारे में कुछ खास जानकारी देना चाहते है. यक़ीनन इस जानकारी के बारे में जान कर आप भी हैरान रह जायेंगे. अब यूँ तो मनुष्य ने इस धरती पर कई कुदरती चीजों की नकल की है. जी हां वास्तव में मनुष्य ने इन कुदरती चीजों की नकल कर कर के इन्हे एकदम बनावटी बना दिया है. हालांकि आज के समय में हम लोग इसे विकास का नाम भी देते है. वैसे आपको जान कर हैरानी होगी कि अब विज्ञानं ने इतनी ज्यादा तरक्की कर ली है, कि उसने एक नकली सूरज तक बना लिया है.

केवल इतना ही नहीं इसके इलावा यह सूरज असली सूरज से तीन गुना ज्यादा क्षमता वाला सूरज है. बरहलाल कुछ लोग तो नकली सूरज की कल्पना नहीं कर सकते, मगर विज्ञानं ने वास्तव में ऐसा कर दिखाया है. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो यह नकली सूरज हमें असली सूरज से भी ज्यादा तेज रौशनी दे सकता है. गौरतलब है कि चीन देश के वैज्ञानिको ने वास्तव में एक ऐसा सूरज विकसित कर लिया है. वैसे भी चीन देश तकनीकी के मामले में हमेशा बाकी देशो से आगे ही रहा है. दरअसल इस सूरज का आविष्कार ईंधन की कमी को दूर करने के लिए किया गया है.

हालांकि ये असली सूरज से कई गुना ज्यादा तेज है. तो ऐसे में यह काफी खतरनाक भी हो सकता है. इसके इलावा आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस सूरज का आविष्कार इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिकल साइंस के वैज्ञानिको द्वारा किया गया है. गौरतलब है कि सूर्य में आर्टिफिशियल हाइड्रोजन गैस को पांच करोड़ सेल्सियस डिग्री के भयानक तापमान पर गर्म किया गया है. हालांकि वैज्ञानिको को इस आविष्कार को पूरा करने के लिए कई मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा. मगर फिर भी उन्होंने नकली सूरज को बनाने में कामयाबी हासिल कर ही ली.

बरहलाल हम तो यही उम्मीद करते है कि इस नकली सूरज का इस्तेमाल केवल देश का भला करने में ही किया जाएँ.

विदेश में भी इन सितारों ने बनाया है खुबसूरत आशियाना फिल्मो में कदम रखने वाली है SRK की स्टाइलिश बेटी सुहाना खान कभी कॉफ़ी शॉप में काम करने वाली श्रद्धा आज है करोड़ों की मालकिन परियो की तरह खुबसूरत है टाइगर की बहन दादा साहेब फाल्के अवार्ड – जाने किसने जीता कौन सा अवार्ड ‘अनुपमा’ की बा वेस्टर्न लुक में दिखती है बेहद स्टाइलिश बिना हिचकिचाहट के प्रेगनेंसी में बिंदास होकर एक्ट्रेस ने कराया फोटोशूट फिल्मो के साथ बिज़नस में भी सुपरहिट है ये हसीनाएं स्ट्रैप्लेस ब्लाउज-पर्पल साड़ी में रुबीना ने दिखाया ग्लैमरस अवतार नेहा कक्कड़ ने सुर्ख लाल साड़ी में दिखाया स्टनिंग अंदाज
विदेश में भी इन सितारों ने बनाया है खुबसूरत आशियाना फिल्मो में कदम रखने वाली है SRK की स्टाइलिश बेटी सुहाना खान कभी कॉफ़ी शॉप में काम करने वाली श्रद्धा आज है करोड़ों की मालकिन परियो की तरह खुबसूरत है टाइगर की बहन दादा साहेब फाल्के अवार्ड – जाने किसने जीता कौन सा अवार्ड