दिल्ली मेट्रो के बारे में आपने काफी कुछ सुना होगा, यह कहना गलत नहीं होगा कि दिल्ली मेट्रो को भारत में सबसे बड़ा और व्यस्ततम मेट्रो माना जाता है, इतना ही नहीं इसे दुनिया की 9वीं सबसे लंबी मेट्रो प्रणाली लंबी अवधि में भी शामिल गया है। औसतन देखा जाए तो दिल्ली मेट्रो में सफर करने वालों की संख्या 30 लाख से भी अधिक है, और इस बात को ध्यान में रखकर दिल्ली मेट्रो ने एक नया फैसला लिया है। जी हां और इस बार इसमें सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है।
दरअसल आपको बता दें कि जल्द ही पुरानी लाइनों पर मेट्रो के कोच बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है, इसके लिए डीएमआरसी ने करीब 80 कोच खरीदने के लिए टेंडर को भी आवंटित कर दिया है। उम्मीद लगाया जा रहा है कि ये प्रोजेक्ट कुछ ही समय में पूरा हो जाएगा।
फिल्हाल अगर आकड़ो को देखा जाए तो हर रोज कुल 30 लाख लोग मेट्रो में सफर करते हैं, और ऐसे में फेज तीन की परियोजनाएं पूरी होने के बाद दिल्ली एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 377 किलोमीटर और मेट्रो स्टेशनों की संख्या 274 हो गई है। यही वजह है कि राजधानी में ही नहीं बल्कि दिल्ली से एनसीआर के शहरों के बीच आवागमन के लिए भी मेट्रो सार्वजनिक परिवहन का प्रमुख साधन बनकर उभरी है।
इन आवश्यकताओं को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। यानि की अब हर कोच की मेट्रो में 2 अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे। अतिरिक्त कोच जोड़े जाने के बाद अब मेट्रो में 8-10 कोच हो जाएंगे। अतिरिक्त कोच जोड़े जाने के बाद से मेट्रो यात्रियों को भी बड़ी सुविधा होगी। अभी यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण मेट्रों में लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ये बात भी सच है कि पीक ऑवर्स में यात्रियों को बैठने के लिए ही नहीं खड़े होने के लिए भी स्थान नहीं मिलता है और यात्रियों की इसी समस्या का हल निकालने के लिए दिल्ली मेट्रों ने ये फैसला लिया है।
अब यही वजह है कि सुबह व शाम को मेट्रो में भीड़ अधिक होती है। ब्लू लाइन, यलो लाइन व रेड लाइन की मेट्रो पर यात्रियों का दबाव बहुत ज्यादा है। इन रूटों पर ट्रेन में लोगों को खड़े रहने के लिए भी मुश्किल से जगह मिल पाती है। इस कारण DMRC ने पिछले साल अक्टूबर में 80 नए कोच खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी।
जैसा कि आपको भी पता होगा कि दिल्ली मेट्रो देश का पहला और विश्व का तीसरा सबसे रेल नेटवर्क है। इतना ही नहीं DMRC से पहले सिंगापुर और शंघाई से आगे हैं, लेकिन जिस गति से दिल्ली मेट्रो विस्तार में जुटा हुआ है उससे लगता है कि 2022 तक नंबर पर पहुंच जाएगा। आपकी जानकारी के लिए ये भी बता दें कि साल 2002 में दिल्ली के शाहदरा से तीसहजारी के बीच शुरू हुई कुछ मिलोमीटर तक चलने वाली दिल्ली मेट्रो आज नोएडा, गाजियाबाद, बहादुरगढ़, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी अपनी सेवाएं दे रही है। जो भी हो ये एक अच्छी पहल है यात्रियों की समस्या को लेकर DMRC इतना सोच रहा ये अच्छी बात है।