हमारे शास्त्रों में कई सारे नियम ऐसे हैं जिनका पालन करना जरूरी हैं, कहा जाता है कि इन नियमों को पालन नहीं किया जाए तो आपके साथ कई चीजें अशुभ होने लगती है। यही वजह है कि इन अशुभ चीजों को रोकने के लिए वास्तु शास्त्र में कई नियम बताए गए हैं। अगर आप वास्तु शास्त्र के इन नियमों का पालन करते हैं तो परिवार में सुख, शांति और व्यापारिक संस्थानों को श्रीसमृद्धि से युक्त बनाया जा सकता है। कई बार आपने देखा होगा कि आप काफी मेहनत व लग्न से काम करते हैं लेकिन वास्तु का लाभ उठा कर अपने बौद्धिक साहस का परिचय दीजिए। वास्तु का कहना है कि सुकून के घर के लिए सबसे पहले दिशा का चयन करना चाहिए। हमारे अनुसार सबसे उत्तम दिशा- पूर्व, ईशान और उत्तर है। वायव्य और पश्चिम सम है। आग्नेय, दक्षिण और नैऋत्य दिशा सबसे खराब होती है।
वास्तु कुछ नियमों का पालन का विकास करने, इमारतों और हमारे आसपास के प्राकृतिक सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए एक बहुत पुरानी प्रथा है। घर में अगर आपको अच्छी सुकून की नींद, अच्छा सेहतमंद भोजन और भरपूर प्यार-अपनत्व नहीं मिल रहा है तो घर में वास्तुदोष है। घर है तो परिवार और संसार है। आज हम आपको बता दें कि अगर इन नियमों को मानते हैं तो आपके घर में बरकत होगी
1- आप अपने घर की तिजोरी या फिर जिस आलमारी में कीमती सामान व पैसे रखते हैं वहां वास्तु के अनुसार कभी भी झाड़ू या गंदा समान नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि झाडू राहु का प्रतीक होता है, जो धन की हानि करवाता है।
2- वहीं इसके अलावा अगर घर पर सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना चाहते हैं तो आपको कम से कम हफ्ते में एक दिन पानी में नमक मिलाकर पोछा जरूर लगाना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर से नकारात्म उर्जा दूर हो जाती है और खुशहाली के साथ साथ सकारात्मक ऊर्जा का भी वास होता है।
3- इसके अलावा बात करें अगर पूजा स्थान की तो कभी भी ये ध्यान रखना चाहिए कि भूल से भी पूजा का स्थान शयनकक्ष में नहीं बनवाना चाहिए। ऐसा होने से घर में कलह और आर्थिक परेशानियां आती हैं।
4- इतना ही नहीं इसके अलावा यह जरूर ध्यान रखें कि घर के ईशान कोण जिसे पूर्व-उत्तर की दिशा भी कहते हैं वहां पर किसी पात्र में नमक भरकर रखें। ऐसा करने से घर से आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती है।
5- कहा तो यह भी गया है कि बाथरुम के दरवाजों को कभी भी खुला नहीं छोड़ना चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का खतरा बना रहता है।
6- शास्त्रों में कहा गया है कि घर के आगे और घर के पीछे छोटा ही सही, पर आंगन होना चाहिए। आंगन में तुलसी, अनार, जामफल, कड़ी पत्ते का पौधा, नीम, आंवला आदि के अलावा सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने वाले फूलदार पौधे लगाएं।
कहा जाता है कि इन नियमों को अगर आप ध्यान में रखते हैं तो कभी भी आपके यहां पैसों की कमी नहीं होती है। यही वजह है कि पूराने जमाने में भी लोग वास्तु के नियमों का बड़ा ही ध्यान रखते थें।