हमारे भारतवर्ष में ऐसी बहुत सी परंपराएं हैं जो प्राचीन काल से अभी तक पालन किया जा रहा है यह परंपराएं सदियों से चली आ रही है इन्हीं सब परंपराओं और संस्कृतियों की वजह से आजकल के समय में भारत ने पूरे विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई हुई है भारत की परंपराएं यहां के व्यक्तियों के लिए बहुत ही महत्व रखती हैं इन्हीं सब कारणों से यहां पर रहने वाले व्यक्ति भले ही सब कुछ भूल जाए परंतु अपनी परंपराओं को बिल्कुल भी नहीं भूलते यह अपनी परंपराओं का पालन जरूर करते हैं ऐसे बहुत से लोग हैं जो इन सभी परंपराओं पर विश्वास नहीं करते हैं।
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि घर आए मेहमान को भगवान का दर्जा दिया गया है भारत में सदियों से अतिथि देवो भव: की परंपरा निभाई जा रही है यानी मेहमानों को भगवान का रूप माना जाता है घर पर आए मेहमानों के बारे में ऐसा कहा जाता है कि वह भगवान का दूसरा रूप होते हैं इसलिए उनका स्वागत और सत्कार करना हर व्यक्ति का धर्म माना जाता है जो व्यक्ति घर आए मेहमानों का स्वागत ठीक प्रकार से नहीं करते उन व्यक्तियों के ऊपर भगवान की कृपा दृष्टि नहीं रहती है आजकल के समय में बहुत से लोग ऐसे हैं जो घर आए मेहमान को बोझ मानते हैं।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार घर आए मेहमान का आदर सत्कार करना ना केवल शिष्टाचार माना गया है बल्कि एक बहुत ही पुन्य वाला काम भी माना जाता है वैसे मेहमान तो हर व्यक्ति के घर आते हैं कुछ लोग अपने मेहमानों का अच्छी प्रकार से स्वागत करते हैं जबकि कुछ लोग ऐसे हैं जो सिर्फ दिखावा करते हैं परंतु जब भी आपके घर में कोई मेहमान आता है तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है हिंदू धर्म में बहुत से धार्मिक ग्रंथ और पुराण हैं विष्णु पुराण भी उन्हीं 18 पुराणों में से एक है इस पुराण में भगवान विष्णु की महिमा का गुणगान किया गया है इसके साथ ही विष्णु पुराण में सुखी जीवन के लिए बहुत सी बातें बताई गई हैं अगर व्यक्ति इन बातों पर अमल करता है तो वह अपने जीवन में सभी परेशानियों से छुटकारा प्राप्त कर सकता है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से विष्णु पुराण के अनुसार घर आए मेहमान से किस तरह पेश आना चाहिए और ऐसी कौन-कौन सी बातें हैं जो उनसे पूछना नहीं चाहिए इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।