चक्रवाती तूफान के बारे में आप सभी ने काफी कुछ सुना ही होगा, ये तूफान काफी भयावह व तबाही मचा देने वाला होता है। इसलिए जब भी इस तरह की कोई खबर मिलती है तो लोग भी डर जाते हैं कि कब कौन सा तूफान आ जाए और क्या क्या तबाह कर जाए। यही वजह है कि इस बार भी चक्रवाती तूफान को लेकर खबर आई है, दरअसल खबर है कि लोग अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान क्यार के चलते भारत के तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान क्यार का खतरा बढ़ गया है, जिसके चलते मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के तटीय जिलों रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। इतना ही नहीं मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर चक्रवाती तूफान क्यार तेजी से उठ रहा है, जिसका केंद्र मुंबई के रत्नागिरि से लगभग 200 किमी पश्चिम में है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले पांच दिनों में यानी 31 अक्टूबर तक यह चक्रवाती तूफान ओमान तट की ओर बढ़ेगा।
इतना ही नहीं मौसम विज्ञान की माने तो इस बार का ये चक्रवाती तूफान क्यार मुंबई से 540 किमी दूर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में और सलालाह (ओमान) के 1500 किमी पूर्व में स्थित है। यह 3 घंटे के अंदर चक्रवाती तूफान को और तेज होने की संभावना है। यह अगले 5 दिनों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर ओमान तट की ओर बढ़ने की संभावना है। मछुआरों को अगले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और दक्षिण गुजरात तट के तटों से समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। वहीं आपको बता दें कि महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में चक्रवाती तूफान क्यार के चलते तेज बारिश हो रही है।
वहीं ये भी बता दें कि चक्रवाती तूफान क्यार को लेकर भारतीय तटरक्षक बल पूरी तरह से तैनात हैं। तटरक्षक बल ने कहा कि हमने चक्रवाती तूफान क्यार के मद्देनजर पश्चिमी तट पर खोज और बचाव अभियान तेज कर दिया है। जी हां इतना ही नहीं जानकारी के लिए बता दें कि चक्रवात तूफान के चलते दक्षिण भारत के कर्नाटक में पिछले कई दिनों से तेज बारिश हो रही है। कर्नाटक के कई जिलों में बाढ़ के आसार बने हुए हैं। समुद्री क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीम को भी तैनात कर दिया गया है।
वैसे तो आपको बता दें कि मौसम विभाग ने रविवार को आशंका जताई है कि कर्नाटक में भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के निदेशक जीएस श्रीनिवास रेड्डी के मुताबिक पश्चिम की ओर बढ़ता चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ राज्य के तटीय इलाकों में दस्तक देगा और दो दिनों तक जनजीवन को प्रभाति करेगा।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते पालघर जिला कलेक्टर कैलाश शिंदे ने मछुआरों को समुद्र तट पर नहीं जाने की सलाह दी है। वहीं जिला मत्स्य अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि 1411 नौकाएं समुद्र में गई थीं, जिन्हें वापस लाया गया है। क्यार तूफान की वजह से हजारों लोगों के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन राहत की खबर यह है कि राज्य ने किसी भी तरह के आपदा से निपटने के लिए तैयार है।