जैसा कि आप सब लोग जानते हैं जितना कि इंसान को जीने के लिए खाने और पानी की जरूरत होती है उतना ही जरूरी इंसान के लिए ऑक्सीजन भी है जैसा कि आप सब लोगों को तो पता ही है कि हमें ऑक्सीजन पेड़ पौधों से मिलती है. इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए और पेड़ पौधों को नहीं काटना चाहिए लेकिन इंसान सड़कों और घरों का निर्माण करने के लिए काफी सारे पेड़ों को काट देता है. इनका सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर तो पड़ता ही है. लेकिन यह प्राकृतिक के लिए भी काफी ज्यादा हानिकारक साबित हो सकते हैं. आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के जरिए एक ऐसे व्यक्ति की सच्ची कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने पेड़ को काटे बिना पेड़ पर ही अपने घर का निर्माण करवा दिया. उस इंसान द्वारा बनाया गया वह घर देखने में काफी ज्यादा खूबसूरत है.
बता दे यह पूरी कहानी राजस्थान के उदयपुर की है जहां पर इंजीनियर ने पेड़ को कोई नुकसान पहुंचाए बिना पेड़ पर ही अपने लिए एक घर तैयार कर दिया. इनके द्वारा उठाया गया यह कदम वाक्य ही काफी ज्यादा काबिले तारीफ है. बता दे इस घर की फोटो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है. पेड़ पर बनाया गया यह चार मंजिला घर इन दिनों काफी ज्यादा सुर्खियां बटोर ता हुआ नजर आ रहा है.
जो अब इस घर को देखता है वह इस घर की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाता. इस घर का निर्माण राजस्थान के केपी सिंह ने करवाया था और यह अगर पर्यावरण संरक्षण की एक अच्छी मिसाल पेश करता है.
बता दे इस घर के मालिक इंजीनियर के पी सिंह द्वारा बनाया गया यह घर पिछले 20 सालों से मजबूती से इस आम के पेड़ पर टिका हुआ है. जानकारी के लिए बता दे इन 20 सालों में के पी सिंह द्वारा इस पेड़ की एक भी डाली को नहीं काटा गया.
आम के पेड़ पर बना यह घर ट्री हाउस के नाम से भी जाना जाता है. लेकिन यहां सबसे खास बात यह है कि जो कोई टूरिस्ट उदयपुर में घूमने आता है वह इस घर को भी देखने जरूर आता है. जो कि पर्यावरण संरक्षण की एक मिसाल है.
बता दे इस घर के मालिक केपी सिंह ने इस पेड़ पर अपने घर का निर्माण किस प्रकार किया है. ली उन्हें भविष्य में इस पेड़ की एक भी डाली ना काटने पड़े. बल्कि इस आम के पेड़ की डालियां उनके घर की खूबसूरती को और ज्यादा बढ़ा रही हैं. केपी सिंह ने इस आम की डाली में से किसी को तो टीवी स्टैंड बना रखा है और किसी को सोफे की तरह इस्तेमाल किया है. केपी सिंह ने यह भी बताया कि यह आम का पेड़ करीब 87 साल पुराना है.
केपी सिंह ने बताया कि यह घर उन्होंने 2000 में बनवाया था और यह घर किसी सीमेंट और ईटों से नहीं बनवाया गया बल्कि इस घर का स्ट्रक्चर फाइबर शीट से तैयार किया गया है. घर को बनाते समय इस इंजीनियर ने इस बात का ख्याल ख्याल रखा है कि पेड़ की टहनी को कोई भी नुकसान ना पहुंचे. इतना ही नहीं पेड़ की टहनियों को बढ़ने देने के लिए इस घर में बड़े-बड़े खोलो का निर्माण किया गया ताकि पेड़ की छोटी-छोटी बड़ी हो सके.