त्याग और सहनशीलता की प्रतिमूर्ति मां इस दुनिया की सबसे बड़ी योद्धा होती है और वह एक माँ ही होती है जो शीतल छाए की तरह अपने बच्चों के हर दुख दर्द दुःख और तकलीफ की तपिश को ढँक देती है और हर मुश्किल परिस्थिति में भी अपने बच्चे को खुश रखने की पूरी कोशिश करती है और इस दुनिया में एक माँ ही होती है जोकि अपने बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहती है क्योंकि इस दुनिया में मां के लिए उसकी औलाद से बढ़कर कुछ भी नहीं होता |
आज हम आपको एक ऐसी ही मां की कहानी बताने वाले हैं जिसे जानकर आपको भी इस बात पर यकीन हो जाएगा की वाकई में एक मां इस दुनिया की सबसे बड़ी योद्धा होती है और इन दिनों सोशल मीडिया पर इस मां की कहानी काफी ज्यादा वायरल हो रही है और हर कोई माँ की जमकर तारीफ कर रहा है तो आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला|दरअसल यह मामला है अमेरिका का जहां पर बीते 3 सितंबर को वेनेजुएला से ला टॉर्टुगा के लिए एक शिप रवाना हुई जिसमें कुल 9 लोग बैठे हुए थे इन्हीं 9 लोगों में से एक 40 वर्षीय महिला भी थी जिसका नाम मैरिली चाकोन है और ये महिला अपने पति और अपने दो बच्चों के साथ सवार हुई थी और इसके साथ महिला ने अपने बच्चों की दाई को भी साथ लिया था |
वही जब यह शिप ला टॉर्टुगा के लिए रवाना हुई तब उसी दौरान बीच में ही कैरेबियाई क्षेत्र में शिप के साथ एक बेहद ही भयानक हादसा हो गया और समुंदर की तेज लहरों से टकराकर सवारियों से भरी शिप टूट गई जिसके बाद शिप का कुछ हिस्सा तो पानी में डूब गया लेकिन एक हिस्सा समुद्र पर तैरता हुआ दिखाई दे रहा था और इस हादसे के तुरंत बाद मैरिली ने तुरंत ही पहले अपने दोनों बच्चों को शिप के तैरते हुए हिस्से पर बिठा दिया और वो खुद पानी में तैरने लगी और इस मुश्किल वक्त में भी मैरिलि ने हिम्मत नहीं हारी क्योंकि वह किसी भी कीमत पर अपने दोनों बच्चों को नहीं खोना चाहती थी और यही वजह थी की मैरिली इस मुश्किल वक्त में भी बिना घबराए अपने बच्चों के लिए परिस्थिति का डटकर सामना करती रही|
शिप टूटने के बाद मैरिलि ने अपनी जान पर खेलकर अपने दोनों बच्चों की जान तो बचा ली लेकिन फिर इन बच्चों के लिए इनकी भूख ही दुश्मन बन गई और वही समंदर में खाना मिलना तो मुमकिन नहीं था लेकिन मैरिली एक माँ थी और अपने बच्चों को जिंदा रखने के लिए मैरिली ने नामुमकिन को भी मुमकिन कर दिखाया और अपने बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए मैरिलिने खुद अपना ही यूरिन पीना शुरू कर दिया ताकि उसके शरीर में पानी की कमी ना हो पाए और वह अपने दोनों बच्चों को समुंदर के अंदर स्तनपान कराती रही ताकि उसके दोनों बच्चे जिंदा रहे|
आपको बता दें मैरिलि ने अपना यूरिन पीकर अपने भूख से तड़पते बच्चों को 4 दिनों तक अपना स्तनपान कराती रही और इसके बाद जब हादसे वाली जगह रेस्क्यू टीम पहुंची तब तक मैरिली दम तोड़ चुकी थी हालांकि उसके दोनों बच्चे और 25 साल की नैनी की सांसे चल रही थी लेकिन इन लोगों की भी हालत काफी खराब हो चुकी थी|
रेस्क्यू टीम के मुताबिक जब वह लोग हादसे वाली जगह पहुंचे तब उनके वहां पहुंचने से पहले ही डिहाइड्रेशन की वजह से मैरिली अपनी जान गंवा चुकी थी और इसके साथ ही मैरिली के दोनों बच्चे और नैनी भी डिहाइड्रेशन की शिकार हो गई थी और काफी तेज धूप होने की वजह से इनके शरीर का कुछ हिस्सा भी काफी जल चुका था और वही मैरिली के दोनों बच्चे अपनी मरी हुई माँ के शरीर से ही लिपटे हुए मिले थे जिन्हें रेस्कु टीम ने बचाया और इस भयानक हादसे में अभी भी 5 लोग लापता है जिनकी खोज की जा रही है और इन 5 लोगो ने मैरिली के पति का नाम भी शामिल है |