हम सभी ये तो जानते ही हैं कि पीएम मोदी 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करने पंजाब के गुरदासपुर पहुंचे थें, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पूर्व ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे को शनिवार के दिन खोल दिया गया। यह गलियारा पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ता है। गुरुद्वारा दरबार साहिब में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष गुजारे थे। इस यात्रा में पीएम मोदी की कई सारी योजनाएं भी थी जिसे उन्होने पूरा भी किया।
इस दौरान उनकी कई सारी तस्वीरें व वीडियो भी सामने आए। जिसमें से पीएम मोदी के पूर्व पीएम से मुलाकात वाली तस्वीर भी वायरल हो रही थी। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी करतारपुर साहिब जाने वाले जत्थे में शामिल थे। इस दौरान मनमोहन सिंह को देखते हुए पीएम मोदी तुरंत उनकी तरफ लपके। पीएम मोदी को अपनी आता देख मनमोहन सिंह ने सुरक्षाकर्मियों के सहारे से उठने की कोशिश की, हालांकि पीएम मोदी ने उन्हें बैठे रहने को कहा। इस दोरान पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह को कहा कि 9 नवंबर को बर्लिन की दीवार गिरी, 9 नवंबर को ही करतारपुर कॉरिडोर खुला और 9 नवंबर को ही अयोध्या में राम मंदिर पर फैसला आया।
जिसके बाद अब एक और तस्वीर व वीडियो वायरल हो रही है, जी हां दरअसल आपको बता दें कि ये वीडियो गुरदासपुर पहुंचें पीएम मोदी की तब की है जब लंगर में बैठकर खाना खाने जा रहे थें। लेकिन इसी दौरान कुछ ऐसा हो गया कि जिसकी चर्चा जोरों सोरों से सोशल मीडिया पर होने लगी।
दरअसल हुआ ये कि पीएम मोदी जब उद्घाटन के बाद लंगर में बैठे थे तभी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उनके साथ बैठे थे। फिर इस दौरानी ही पीएम मोदी ने यह गौर किया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को जमीन पर थाली रखकर खाना खाने पर परेशानी हो रही थी। जिसकी वजह से उनका ध्यान सीएम की तरफ गया फिर उन्होने सीएम उन्होंने अमरिंदर सिंह के लिए पीढ़ी मंगवाई। खास बात तो यह थी कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पीढ़ी देने के बाद प्रधानमंत्री के लिए भी पीढ़ी रखी गई, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। जानकारी के लिए बता दें कि उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय खाद्य मंत्री हरसिमरत कौर बादल और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। PM मोदी ने इन सभी गणमान्य लोगों के साथ पवित्र लंगर का स्वाद भी चखा।
हालांकि पीएम मोदी के व्यवहार से हम सभी वाकिफ है वो अपने कारण किसी को तकलीफ में नहीं देख सकते हैं। लेकिन विपक्षी पार्टीयों को सभी चीजों में नुख्स निकालने की आदत जो पड़ जाती है वो पीएम मोदी के इस बात पर भी सौ कमी निकालने को तैयार हैं। चाहें पीएम कितनी भी भलाई कर लें लेकिन आज भी उनके विरोधी उनकी कमी निकालते हैं, जबकि उनके चाहने वाले लोग उनकी बेहद इज्जत करते हैं। अब देखना है कि आखिर पीएम मोदी के इस कार्यकाल में कौन कौन से और ऐतिहासिक फैसले होंगे।